पश्चिम बंगाल और असम में होने वाले तीसरे चरण के चुनाव का प्रचार का आज आखिरी दिन है। (प्रतिकात्मक चित्र)
विधानसभा चुनाव 2021: पश्चिम बंगाल (पश्चिम बंगाल) में तीसरे चरण के लिए 3 जिलों की 31 विधानसभा सीटों (विधानसभा सीटों) पर चुनाव होना है जबकी असम (असम) के अंतिम चरण के लिए 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान किया जाएगा।
5 राज्स में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले दो चरणों में केवल पश्चिम बंगाल और असम के लिए वोटिंग की गई थी। 6 अप्रैल को पांचों राजों के लिए मतदान किया जाएगा। बंगाल और असम की तरह ही आज केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के सभी सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए भी प्रचार थम जाएगा। बता दें कि 6 अप्रैल को केरल की सभी 140 सीटों, तमिलनाडु की सभी 234 सीटों और पुडुचेरी की सभी 30 सीटों के लिए मतदान की तैयारी है।
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आइए जानते हैं कि सभी पांच राजों में सीटों का समीकरण है
ममता बनर्जी राज्य की मुख्य शिक्षा मंत्री हैं। वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने सबसे जियादा 211 सीट हासिल की थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 44 जबकि लेफ्ट के पास 26 सीट गई थी। हालांकि इस बार बीजेपी जो टीएमसी को सबसे ज्यादा टक्कर देती दिखाई दे रही है। उसे पिछले चुनावों में केवल 3 सीट ही हासिल हुई थी।
असम में कुल 126 विधानसभा सीटें हैं। असमर में इस समय एनडीए की सरकार है और सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं। पिछली बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बीजेपी को 60 सीटें, सम गण परिषद को 14 सीटें मिली थीं। वहीं बोडोलैंड पीपलल्स ने 12 सीट पर कब्ज़ा किया था। पिछले बार के चुनावों में कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 26 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी। यहां पर सरकार को बहुमत के लिए 64 सीटों की जरूरत होती है।
तमिलनाडु में विधानसभा में 234 सीटें हैं। यहाँ पर अभी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कशगम की सरकार और इ पलानीस्वामी मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनावों में AIADMK ने 136 और मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने 89 सीटें हासिल की थीं। तमिलनाडु में जिस पार्टी के पास 118 सीटें होती हैं वह सरकार बनाती हैं।
पुडुचेरी में कुल 30 विधानसभा सीट है। पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है। यहां पर अभी भी कांग्रेस-डीएमके गठबंधन की सरकार थी, जो कुछ दिन पहले ही गिर गई थी। पिछले चुनावों में यहां कांग्रेस को 15 सीटों का सामना करना पड़ा, जबकि ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के सात सीटों को मिला। पुडुचेरी विधानसभा में बहुमत के लिए 16 सीटों की जरूरत होती है।
केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं। यहां पर अभी तक सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक लिमिटेड (एलडीएफ) की सरकार है। केरल के पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं। केरल में बहुमत के लिए 71 सीटों की जरूरत होती है। पिछले चुनावों में एलडीएफ को 91 और ब्रिटेन डेमोक्रेटिक लिमिटेड (यूडीएफ) को 47 सीटें हासिल हुईं।
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